आईआईएम संबलपुर के मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम में शामिल हुए आईआईएलएम यूनिवर्सिटी के 62 छात्र
इस प्रोग्राम को विभिन्न इंटरैक्टिव सत्रों, कार्यशालाओं और केस स्टडीज़ के माध्यम से फ़्लिप्ड कक्षाओं, व्यावहारिक प्रबंधन अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक अनुभव में अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया।
नेशनल/संबलपुर, 07 अगस्त 2024 : देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने आईआईएलएम विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम (एमआईपी) का आयोजन किया। चार दिवसीय आवासीय मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम का उद्देश्य आईआईएम संबलपुर में मैनेजमेंट एजुकेशन के साथ ही विद्यार्थियों को कैम्पस लाइफ का गहन अनुभव प्रदान करना था। 30 जुलाई से 2 अगस्त 2024 के दौरान आयोजित मैनेजमेंट इमर्शन में आईआईएलएम विश्वविद्यालय के 62 छात्र शामिल हुए। इस प्रोग्राम को विभिन्न इंटरैक्टिव सत्रों, कार्यशालाओं और केस स्टडीज़ के माध्यम से फ़्लिप्ड कक्षाओं, व्यावहारिक प्रबंधन अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक अनुभव में अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया। आईआईएम संबलपुर के प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों और उद्योग विशेषज्ञों ने इस प्रोग्राम को और प्रभावी बनाने में सहायता की।
इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को हिंडाल्को इंडस्ट्रीज को नजदीक से जानने और समझने का अवसर भी मिला। इसके अलावा, उन्होंने एक सोशल आउटरीच कार्यक्रम के हिस्से के रूप में अट्टाबीरा में बुनाई उद्योगों का दौरा भी किया। इस यात्रा ने उन्हें स्थानीय बुनकरों से जुड़ने, उनके शिल्प को समझने और बुनकर समुदाय को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करने में आईआईएम संबलपुर के योगदान को समझने का अवसर प्रदान किया।
मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह में आईआईएम संबलपुर के डायरेक्टर प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा, ‘‘आईआईएम संबलपुर में हम अपने कोर वैल्यू- इनोवेशन, इंटीग्रिटी और इन्क्लूसिवनेस को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। परिवर्तन और दूरदर्शी समाधानों को अपनाते हुए, हम परंपरा को आधुनिकता के साथ जोड़ते हैं। भगवान विष्णु के अवतारों से प्रेरित उच्च नैतिक मानकों को बनाए रखते हुए, हम सुनिश्चित करते हैं कि हर कोई मूल्यवान महसूस करे। साथ ही हम ऐसे लीडर्स को बढ़ावा देते हैं, जो नवाचार और नैतिकता में समावेशिता के महत्व को समझते हैं।’’
मुख्य अतिथि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ज्वाइंट प्रेसिडेंट देबाशीष मलिक ने सैद्धांतिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के बीच की खाई को पाटने के महत्व पर जोर दिया और कहा, ‘‘सच्ची लीडरशिप वही है जिसमें टास्क मैनेजमेंट से आगे की बात सोची जाए। इस तरह की लीडरशिप प्रेरित करती है और सशक्त बनाती है। हिंडाल्को हीराकुड में, हम सीखने और विकास के माहौल को बढ़ावा देते हैं, प्रबंधकीय कौशल को बढ़ाते हैं और प्रयोग को प्रोत्साहित करते हैं। असफलता को सीखने के अवसर के रूप में स्वीकार करते हुए, हम सुधार को आगे बढ़ाते हैं। और जो अग्रणी लोग होते हैं, वे जीत और असफलताओं के माध्यम से अपनी टीमों का समर्थन करते हैं, निरंतर सुधार और नवाचार को बढ़ावा देते हैं।’’
चार दिवसीय आवासीय कार्यक्रम को पाँच मॉड्यूल में विभाजित किया गया, जिनमें से प्रत्येक मैनेजमेंट और पर्सनल डेवलपमेंट के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है। मॉड्यूल का नेतृत्व समरेंद्र मिश्रा, सह-संस्थापक, ओवीओ फार्म, केशव राव, निदेशक कार्मिक, एमसीएल, डॉ. के. गणेश (पार्टनर ग्लोबल लीड, मैकिन्से एंड कंपनी), प्रो. भारत भूषण और आईआईएम संबलपुर के विभिन्न संकाय सदस्यों ने किया।