आईआईटी-मंडी के डॉ. अनुज वर्मा को वीएलएसआईडी 2025 कॉन्फ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ पीएच डी थीसिस से सम्मानित किया गया

वीएलएसआईडी सम्मेलन के बारे में - इंटरनेशनल वीएलएसआई डिजाइन एंड एम्बेडेड सिस्टम कॉन्फ्रेंस साढ़े तीन दशकों से अधिक की विरासत वाला एक प्रमुख ग्लोबल सम्मेलन है।

आईआईटी-मंडी के डॉ. अनुज वर्मा को वीएलएसआईडी 2025 कॉन्फ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ पीएच डी थीसिस से सम्मानित किया गया
आईआईटी-मंडी के डॉ. अनुज वर्मा को वीएलएसआईडी 2025 कॉन्फ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ पीएच डी थीसिस से सम्मानित किया गया

बेंगलुरु, भारत  :  वीएलएसआई डिजाइन के क्षेत्र में शोधकर्ता डॉ. अनुज वर्मा को बेंगलुरु में आयोजित 38वीं आईईईई वीएलएसआईडी 2025 कॉन्फ्रेंस में प्रतिष्ठित ‘सर्वश्रेष्ठ पीएच डी थीसिस’ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान वर्मा के वीएलएसआई से संबंधित टैक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने और वायरलेस कम्युनिकेशन स्टैंडर्ड के क्षेत्र में इसके प्रभाव को को लेकर किए गए महत्वपूर्ण रिसर्च को दर्शाता है। 

डॉ. अनुज वर्मा ने ‘एफिशिएंट वीएलएसआई-आर्किटेक्चर्स एंड एएसआईसी-फेब्रिकेशन ऑफ चैनल डिकोडर फॉर कंटेम्परेरी वायरलेस कम्युनिकेशन सिस्टम’ विषय पर अपना थीसिस पूरा किया। इस पुरस्कृत थीसिस में वायरलेस संचार मानक के लिए हार्डवेयर एफिशिएंट और हाई थ्रूपुट रीकॉन्फ़िगर करने योग्य चैनल डिकोडर के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशंस पर गहन चर्चा की गई है। यह शोध 5जी न्यू रेडियो मानक के क्षेत्र में महत्वपूर्ण चुनौतियों पर विचार करते हुए प्रेक्टिकल एप्लीकेशंस को दर्शाता है। ये ऐेसे एप्लीकेशंस हैं जो वीएलएसआई डिजाइन परिदृश्य में जबरदस्त बदलाव ला सकते हैं। 

यह सम्मान हासिल करने पर डॉ. अनुज वर्मा ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह वाकई गर्व की बात है और मेरा मानना है कि यह पुरस्कार दरअसल समर्पण और सहयोग का प्रमाण है। मैं यह पुरस्कार अपने पर्यवेक्षक डॉ. राहुल श्रेष्ठ को समर्पित करना चाहता हूँ, जिनके मार्गदर्शन और सलाह ने मेरी शोध यात्रा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैं अपने परिवार के प्रति भी हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ, जिनके निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन ने मुझे प्रेरित किया और मेरे काम को मान्यता देने के लिए वीएलएसआईडी 2025 कॉन्फ्रेंस कमेटी के सदस्यों का भी आभार व्यक्त करता हूँ।’’

यह पुरस्कार अगली पीढ़ी की वायरलेस संचार प्रणालियों के लिए ऊर्जा कुशल और रीकॉन्फ़िगर करने योग्य आर्किटेक्चर को आगे बढ़ाने में वर्मा के शोध के नवाचार और प्रभाव को दर्शाता है। यह वीएलएसआई डिज़ाइन में टैैक्नोलॉजी की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। वर्मा के शोध योगदान ने पहले ही वीएलएसआई डोमेन में एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ी है। अनेक प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनके कई प्रकाशन शामिल हैं, जिनमें IEEE TCAS-I, IEEE TVT, और IEEE TCAS-II.  प्रमुख हैं। वर्मा का उद्देश्य वीएलएसआई डिजाइन में अत्याधुनिक शोध में और महत्वपूर्ण योगदान देना, उद्योग और शिक्षा जगत के साथ सहयोग करना और उन्नत वीएलएसआई डिजाइन के क्षेत्र में नवाचार को प्रेरित करना है।

वीएलएसआईडी सम्मेलन के बारे में - इंटरनेशनल वीएलएसआई डिजाइन एंड एम्बेडेड सिस्टम कॉन्फ्रेंस साढ़े तीन दशकों से अधिक की विरासत वाला एक प्रमुख ग्लोबल सम्मेलन है। यह ग्लोबल वार्षिक तकनीकी सम्मेलन जो वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम में नवीनतम प्रगति पर केंद्रित है, में 2000 से अधिक इंजीनियर, छात्र और संकाय सदस्य, उद्योग, शिक्षा जगत, शोधकर्ता, नौकरशाह और सरकारी निकाय भाग लेते हैं। वीएलएसआई डिजाइन कॉन्फ्रेंस की शुरुआत 1985 में एक साधारण विचार के रूप में हुई। इसका मकसद इंजीनियरिंग शिक्षा और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में वीएलएसआई गतिविधियों के स्तर को समझना है। अपनी ग्लोबल मौजूदगी के साथ वीएलएसआईडी को डिजाइन ऑटोमेशन सम्मेलन की ‘सिस्टर कॉन्फ्रेंस’ के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह सम्मेलन वीएलएसआई सोसाइटी ऑफ इंडिया (वीएसआई) द्वारा प्रायोजित है।