आईआईएम संबलपुर ने वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए आयोजित किया सीईओ इमर्शन प्रोग्राम
कार्यक्रम की शुरुआत एमबीए फॉर वर्किंग प्रोफेशनल्स, दिल्ली कैंपस चेयरपर्सन प्रोफेसर पूनम कुमार ने स्वागत संबोधन से की जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर राहुल सिंधवानी आईआईएम संबलपुर ने दिया।
- मेधावी छात्रों को 1 लाख रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई
संबलपुर : देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने अपने संबलपुर कैंपस में एग्जीक्यूटिव एमबीए और एमबीए फॉर वर्किंग प्रोफेशनल्स बैच 2023-25 और 2024-25 के लिए छह दिवसीय सीईओ इमर्शन प्रोग्राम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अनुभवी पेशेवरों के साथ सीधे संपर्क के माध्यम से बैच को व्यावहारिक ज्ञान, उद्योग की प्रवृत्तियों और नेतृत्व कौशल से लैस करना है। विभिन्न उद्योगों के लगभग 100 कार्यकारी और कामकाजी पेशेवर इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जिसे शीर्ष कंपनियों के 15-25 से अधिक CXOs ने संबोधित किया।
अपने स्वागत भाषण में आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा, 'हमारा परिसर आधुनिक बुनियादी ढांचे को भारतीय संस्कृतियों के साथ जोड़ता है, जैसा कि इसकी वास्तुकला, कला और सांस्कृतिक तत्वों में देखा जा सकता है। हमने डिजिटलाइजेशन और ग्रीन टेक्नोलॉजीज जैसे ब्लॉकचेन के लिए बदलाव लाने वाले उपायों को पेश किया है। ये तकनीकें उद्योगों में व्यापार प्रक्रियाओं को एकजुट करने में मदद करेंगी, जिससे क्रांतिकारी बदलाव होंगे। इस बदलाव के लिए नई तरह के परामर्श कौशल की जरूरत होगी और एमबीए स्नातक इस बदलाव को नेतृत्व देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।'
प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा, 'जब दुनिया पर्यावरणीय दृष्टिकोण से बेहतर प्रथाओं की ओर बढ़ेगी तो तेल, गैस, कोयला और ऑटोमोटिव विनिर्माण जैसे उद्योगों में बड़े बदलाव होंगे। इन बदलावों से सही कौशल से लैस नेताओं के लिए नए मौके और चुनौतियां दोनों आएंगी। आईआईएम संबलपुर जैसे संस्थान इन बदलावों का नेतृत्व करेंगे। हमारा लक्ष्य वैश्विक संगठनों और उद्योगों को मदद देने के लिए एक मजबूत ज्ञान का आधार तैयार करने को बढ़ावा देना है। इसके लिए, हम एक एआई-आधारित लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम से समझौता—ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं, जो हमारे शिक्षकों और छात्रों को वैश्विक मंच पर केस स्टडी और लेख साझा करने का मौका देगा, जैसा कि हार्वर्ड बिजनेस केस में होता है।'
मुख्य अतिथि डॉ. बिस्वजीत महापात्रा, हैड ऑफ कस्टमर सोल्यूशंस-सीआईओ सलाहकार - अमेजन वेब सर्विसेज ने कहा, 'डिजिटल परिवर्तन का मतलब है कि हम तेजी से बदलती और आपस में जुड़ी हुई दुनिया में कैसे सोचते हैं और काम करते हैं। नए व्यापार मॉडल और काम करने के नए तरीके उभर रहे हैं, जो तकनीक और विशेषज्ञता के विकास से संभव हो रहे हैं। यह बदलाव केवल एआई को सिस्टम में जोड़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि एआई के आधार पर हर व्यावसायिक निर्णय लेना है, जिससे नवाचार और बेहतर तरीके से काम करना संभव होगा। पहले विशेषज्ञता केवल एक सीमित क्षेत्र में होती थी, अब यह कई क्षेत्रों में गहरे ज्ञान और व्यापक समझ का मिश्रण है। इस बदलाव में सहयोग और प्रतिस्पर्धा दोनों की भूमिका है। क्लाउड, ब्लॉकचेन, आईओटी और स्मार्ट वर्कफ्लो जैसी तकनीकें इस परिवर्तन का आधार बन रही हैं और इसमें डेटा की भूमिका प्राणवायु की तरह बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह इस बदलाव को प्रेरित करता है।'
कार्यक्रम के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से संबंधित कृतिका कृष्ण पांचाल, सपना रानी, पल्लवी लता, गुनिका कौर और मनजोत कौर सहित चयनित मेधावी एमबीए छात्राओं को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के सम्मान में एक लाख रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई। यह पुरस्कार दिल्ली की श्रीमती शारदा गुप्ता द्वारा दिया गया, जो आईआईएम संबलपुर दिल्ली कैंपस में एमबीए फॉर वर्किंग प्रोफेशनल्स छात्र डॉ. गिरीश मोहन गुप्ता की पत्नी हैं।
कार्यक्रम में प्रियदर्शी नानू पैनी, सीईओ, सीएसएम टेक्नोलॉजी; नीलेश बिनीवाले, जनरल मैनेजर, पैटर्न इंडिया; मानस बरपांडा, नेशनल हेड, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड; पद्मनाभन एस., सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, एमएसएन लैबोरेट्रीज़; गुलशन तिवारी, जॉइंट प्रेसिडेंट और प्लांट हेड, हिंडालको, झारसुगुड़ा; डॉ. देबाशीष गुहा, रिसर्च हेड, टीसीएस इनोवेशन पार्क, आईआईटी खड़गपुर; अपर्णा चेतन, सीएचआरओ, टोरी हैरिस बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड; घनश्याम परिडा, प्रेसिडेंट और सीईओ, पावर वर्टिकल, वेलस्पन कॉर्प; अभिषेक कुमार वर्मा, फाउंडर और सीईओ, इंडियानो पेल्लेटरिया; डॉ. अंग्शुमान घोष, सीईओ, एमईएनआरवी एआई; जय प्रकाश सिंह, सीएचआरओ, जेएसडब्ल्यू स्टील; अक्षय रक्षित, एचआरबीपी, बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया; मनीष पांडे, सीनियर डायरेक्टर इन्फोसिस और इन्फोसिस फाउंडेशन भुवनेश्वर के हेड; दामोदर मित्तल, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड; देबाशीष मलिक, प्रेसिडेंट, हिंडालको – हीराकुड़ और राजेश सिंह, सीनियर वीपी एचआर और आईआर, ट्रिल क्रोसाकी रिफ्रेक्टरीज लिमिटेड ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत एमबीए फॉर वर्किंग प्रोफेशनल्स, दिल्ली कैंपस चेयरपर्सन प्रोफेसर पूनम कुमार ने स्वागत संबोधन से की जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर राहुल सिंधवानी आईआईएम संबलपुर ने दिया।